कुत्ता सो जो कुत्ता पाले,
कुत्ता सो जो नानक वाले,
बहन घर भाई, सो कुत्ते दा कुत्ता;
सोरे घर ज्वाई, सो कुत्ते दा कुत्ता;
हिक कुत्ता तू ओवी भाल, सोरा फ़िरे ज्वाई नाल;
हिक कुत्ता तू ओवी लिख, बामण हो के बन गया सिख;
हिक कुत्ता ओवी भोंके, अपने ज्युंदया धन नूआं पुत्तरां नू सोपे ।
{बुजुर्गों की सीख }
Saturday, July 26, 2008
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